मूलभूत जलवायु चर राशि (ई.सी.वी. )
मूलभूत जलवायु चर राशि (ई.सी.वी. ) एक भौतिक, रासायनिक या जैविक चर या बद्ध चरों का एक समूह है जो पृथ्वी की जलवायु के विवरण में महत्वपूर्ण योगदान देता है। ई.सी.वी. आंकड़े जलवायु के विकास को समझने और भविष्यवाणी करने, शमन और अनुकूलन उपायों का मार्गदर्शन करने, जोखिमों का आंकलन करने और अंतर्निहित कारणों के लिए जलवायु घटनाओं को जिम्मेदार ठहराने और जलवायु सेवाओं को रेखांकित करने के लिए आवश्यक अनुभवजन्य साक्ष्य प्रदान करते हैं। वे जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन (यूएनएफसीसीसी) और जलवायु परिवर्तन पर अंतर-सरकारी पैनल (आईपीसीसी) के काम का समर्थन करते हैं।
ग्लोबल क्लाइमेट ऑब्जर्विंग सिस्टम (GCOS)
ग्लोबल क्लाइमेट ऑब्जर्विंग सिस्टम एक ऐसी विश्व की दिशा में कार्य करता है जहां जलवायु संबंधी अवलोकन सटीक और अनवरत हो तथा जलवायु आंकड़ों का अभिगम सार्वजनिक और निर्बाध हो। यह नियमित रूप से वैश्विक जलवायु अवलोकनों की स्थिति का आंकलन करता है और इसके सुधार के लिए मार्गदर्शन तैयार करता है। यह विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO), संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (IOC-UNESCO) के अंतर-सरकारी महासागरीय आयोग, संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UN Environment) और अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान परिषद (ISC) द्वारा सह-प्रायोजित है। GCOS विशेषज्ञ पैनल मूलभूत जलवायु चर राशि (ई.सी.वी. ) की परिभाषाओं को बनाए रखते हैं जो पृथ्वी की बदलती जलवायु का व्यवस्थित रूप से निरीक्षण करने के लिए आवश्यक हैं।
GCOS वर्तमान में विभिन्न श्रेणियों और उप-श्रेणियों के तहत 54 ई.सी.वी. निर्दिष्ट करता है जैसा कि नीचे दिखाया गया है। विशेषज्ञ पैनल नियमित रूप से भौतिक, रासायनिक और जैविक अवलोकनों को बनाए रखने, समन्वयित करने और सुधारने की योजनाएँ विकसित करते हैं। वे इन ई.सी.वी. के साथ मौजूदा जलवायु अवलोकन प्रणाली की तुलना करके अंतराल की पहचान करते हैं।
वायुमंडलीय |
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अपर एयर |
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वायुमंडलीय संरचना |
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स्थलीय |
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सागरीय |
भौतिक |
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जैव-भू-रसायन |
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जैविक/पारिस्थितिकी तंत्र |
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